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उड़ान 5.1 योजना: यह कनेक्टिविटी में सुधार के लिए UDAN योजना का एक नया संस्करण है जिसका उद्देश्य हेलीकॉप्टर सेवाओं के माध्यम से लास्ट-माइल कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान कर देश भर के दूरस्थ क्षेत्रों में संपर्क को और बेहतर बनाना है। उड़ान 5.1 योजना यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न शासन उपाय) के लिए भी महत्वपूर्ण है।
उड़ान 5.1 योजना चर्चा में क्यों है?
उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान/UDAN) नामक क्षेत्रीय संपर्क योजना (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम/RCS) के चार दौरों के सफल कार्यान्वयन के उपरांत तथा जारी पांचवें दौर (उड़ान 5.0) के साथ, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उड़ान 5.1 पेश किया है।
उड़ान 5.1 की विशेषताएं
उड़ान 5.1, नया संस्करण, का उद्देश्य हेलीकॉप्टर सेवाओं के माध्यम से लास्ट-माइल कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान कर देश भर के दूरस्थ क्षेत्रों में संपर्क को और बेहतर बनाना है। यह उल्लेख किया जा सकता है कि योजना के पिछले दौर के तहत अब तक 46 हेलीकॉप्टर मार्गों का संचालन किया जा चुका है, जिससे अनेक पहाड़ी तथा उत्तर पूर्व राज्यों को लाभ प्राप्त हो रहा है एवं यह दौर बहुत बड़ी संख्या में मार्गों के कवरेज को लक्षित कर रहा है। इसकी मुख्य विशेषताओं में शामिल हैं:
- ऑपरेटरों के लिए संचालन के दायरे में वृद्धि जिसमें योजना अब उन मार्गों की अनुमति प्रदान करेगी जहां मूल अथवा गंतव्य स्थानों में से एक प्राथमिकता क्षेत्र में है। पूर्व में दोनों बिंदुओं को प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में होना था।
- यात्रियों के लिए हेलीकाप्टरों में उड़ान को अधिक किफायती बनाने के लिए विमान किराया सीमा को 25% तक कम कर दिया गया है।
- अधिनिर्णित मार्गों के संचालन के लिए वित्तीय व्यवहार्यता बढ़ाने के लिए सिंगल एवं ट्विन-इंजन हेलीकॉप्टर दोनों के लिए ऑपरेटरों हेतु व्यवहार्यता अंतराल अनुदान (वायबिलिटी गैप फंडिंग/वीजीएफ) औरकी सीमा में काफी वृद्धि की गई है।
उड़ान 5.1 योजना का महत्व
UDAN योजना का नवीनतम दौर भारतीय नागरिक उड्डयन में दो उभरती घटनाओं का एक साक्षी है – एक, लास्ट-माइल कनेक्टिविटी पर ध्यान देने के साथ हवाई यात्रा का गहन लोकतंत्रीकरण। दूसरा, पर्यटन में सहायता के लिए हेलीकाप्टरों की बढ़ती रुचि। इस तरह के प्रयासों के माध्यम से अधिक से अधिक हेलीकॉप्टर पहुंच से पर्यटन, आतिथ्य एवं इस प्रकार, हमारी स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी।
- उड़ान 5.1 ने न केवल नागरिक उड्डयन के लिए, बल्कि भारत के दूरस्थ एवं सेवा से वंचित क्षेत्रों के लिए भी एक नई सुबह की शुरुआत की है।
- योजना का वर्तमान संस्करण हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों सहित समस्त हितधारकों के साथ परामर्श के बाद तैयार किया गया है।
- जबकि लक्षित लक्ष्य लास्ट-माइल कनेक्टिविटी प्रदान करना है, यह भारतीय नागरिक उड्डयन उद्योग के हेलीकॉप्टर खंड को अत्यंत आवश्यक अभिवर्धन देने के लिए भी अनुमानित है।
उड़ान के बारे में
UDAN योजना पूर्ण रूप: उड़े देश का आम नागरिक एक क्षेत्रीय संपर्क योजना (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम/RCS) है जो वहनीयता, संपर्क, वृद्धि तथा विकास सुनिश्चित करती है।
- यह सभी हितधारकों के लिए एक जीत की स्थिति प्रदान करता है – नागरिकों को वहनीयता, संपर्क एवं अधिक नौकरियों का लाभ प्राप्त होगा।
- यह योजना 2016 में प्रारंभ की गई थी तथा 10 वर्षों की अवधि के लिए परिचालन में रहेगी।
उड़ान योजना के लाभ
केंद्र सरकार आरसीएस (उड़ान) हवाई अड्डों पर कम उत्पाद शुल्क, सेवा कर एवं कोड साझा करने की लोचशीलता के रूप में रियायतें प्रदान करेगी।
- राज्य सरकारों को एयर टरबाइन फ्यूल (ATF) पर जीएसटी को घटाकर 1% या उससे कम करना होगा, इसके अतिरिक्त सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं निशुल्क तथा बिजली, पानी एवं अन्य उपादेयताओं को पर्याप्त रियायती दरों पर उपलब्ध कराना होगा।
- योजना के तहत व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक क्षेत्रीय संपर्क निधि (रीजनल कनेक्टिविटी फंड/RCF) बनाया जाएगा। कुछ घरेलू उड़ानों पर प्रति प्रस्थान आरसीएफ शुल्क लागू होगा।
- भागीदार राज्य सरकारें (उत्तर पूर्वी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा जहां अंशदान 10% होगा) इस निधि में 20% हिस्सा अंशदान देगी।