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उड़ान योजना- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां
- सरकार की नीतियां एवं विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए अंतःक्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
उड़ान योजना चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक/UDAN) ने 27 अप्रैल 2017 को प्रधानमंत्री द्वारा अपनी प्रथम उड़ान के शुभारंभ के पश्चात से सफलता के 5 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं।
उड़ान योजना का प्रदर्शन
- विगत पांच वर्षों में, उड़ान योजना ने देश में क्षेत्रीय हवाई-संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि की है।
- बढ़े हुए हवाई अड्डे: 2014 में 74 क्रियाशील हवाईअड्डे थे। UDAN योजना के कारण यह संख्या अब तक बढ़कर 141 हो गई है।
- संपर्क में वृद्धि: उड़ान योजना के तहत 58 हवाई अड्डों, 8 हेलीपोर्ट एवं 2 वाटर एयरोड्रोम सहित 68 अल्पसेवित (अंडरसर्व्ड)/असेवित गंतव्यों को जोड़ा गया है।
- योजना के अंतर्गत प्रारंभ किए गए 425 नए मार्गों के साथ, उड़ान योजना ने देश भर में 29 से अधिक राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों को हवाई संपर्क प्रदान किया है।
- लाभार्थी: 4 अगस्त 2022 तक एक करोड़ से अधिक यात्रियों ने क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक/UDAN) योजना का लाभ उठाया है।
- हितधारकों को लाभ: उड़ान योजना ने विभिन्न हितधारकों को लाभान्वित किया है।
- यात्रियों को हवाई संपर्क का लाभ प्राप्त हुआ है,
- विमानन क्षेत्र (एयरलाइंस) को क्षेत्रीय मार्गों के संचालन के लिए रियायतें प्राप्त हुई हैं,
- असेवित क्षेत्रों को अपने आर्थिक विकास के लिए हवाई संपर्क का प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ प्राप्त हुआ है।
- मान्यता: क्षेत्रीय संपर्क योजना (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम/आरसीएस)-उड़ान को वर्ष 2020 के लिए नवाचार श्रेणी के तहत लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 26 जनवरी 2022 को उड़ान योजना पर गणतंत्र दिवस की झांकी को रक्षा मंत्रालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ झांकी के रूप में चयनित किया गया।
उड़ान योजना: भविष्य के लक्ष्य
- उड़ान योजना के तहत 220 गंतव्यों (हवाई अड्डे/हेलीपोर्ट/वाटर एयरोड्रोम) को 2026 तक 1000 मार्गों के साथ पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि देश में असंबद्ध गंतव्यों के लिए हवाई संपर्क प्रदान किया जा सके।
- उड़ान योजना के तहत, 156 हवाई अड्डों को जोड़ने के लिए 954 मार्ग पूर्व में ही आवंटित किए जा चुके हैं।
- 2026 तक, क्षेत्रीय संपर्क योजना (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम/आरसीएस)-उड़ान योजना से 40 करोड़ भारतीयों को भारत में नागरिक उड्डयन के माध्यम से यात्रा करने में सहायता प्राप्त होने की संभावना है।
उड़ान योजना: प्रमुख बिंदु
उड़ान योजना के बारे में
- उड़ान योजना पूर्ण रूप: उड़े देश का आम नागरिक एक क्षेत्रीय संपर्क योजना (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम/RCS) है जो वहनीयता, संपर्क,वृद्धि एवं विकास सुनिश्चित करती है।
- यह समस्त हितधारकों के लिए एक लाभकारी स्थिति प्रदान करता है – नागरिकों को वहनीयता, संपर्क एवं अधिक नौकरियों का लाभ प्राप्त होगा।
- यह योजना 2016 में प्रारंभ की गई थी तथा यह 10 वर्ष की अवधि के लिए लागू होगी।
उड़ान योजना के लाभ
- केंद्र सरकार क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान) हवाई अड्डों पर कम उत्पाद शुल्क, सेवा कर तथा कोड साझा करने के लचीलेपन के रूप में रियायतें प्रदान करेगी।
- राज्य सरकारों को एयर टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) पर जीएसटी घटाकर 1% या उससे कम करना होगा, इसके अतिरिक्त सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं निशुल्क तथा बिजली, पानी एवं अन्य उपादेयताओं को अत्यधिक रियायती दरों पर उपलब्ध कराना होगा।
- योजना के तहत व्यवहार्यता अंतर निधि आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक क्षेत्रीय संपर्क निधि (रीजनल कनेक्टिविटी फंड) निर्मित किया जाएगा। प्रति प्रस्थान आरसीएफ लेवी कुछ घरेलू उड़ानों पर लागू होगी।
- भागीदार राज्य सरकारें (पूर्वोत्तर राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त जहां अंशदान 10% होगा) इस निधि में 20% का अंशदान देगी।
उड़ान योजना- विभिन्न सूत्रीकरण
- कृषि उड़ान: विशेष रूप से उत्तर-पूर्वी क्षेत्र {नॉर्थ ईस्टर्न रीजन/एनईआर} एवं जनजातीय जिलों में कृषि उत्पादों के मूल्य प्राप्ति में वृद्धि हेतु प्रारंभ किया गया।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान मार्ग गुवाहाटी एवं इंफाल से/के लिए अंतर्राष्ट्रीय संपर्क का अन्वेषण करने हेतु।
- लाइफलाइन उड़ान: लाइफलाइन उड़ान पहल मार्च 2020 में कोविड-19 अवधि के दौरान प्रारंभ हुई।
- इसने देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 1000 टन विपुल आयतनी माल एवं आवश्यक चिकित्सा सेवाओं के परिवहन के लिए 588 उड़ानें संचालित करने में सहायता की।