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यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022
यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन: भारत-अफ्रीका संबंध भारत एवं अफ्रीकी दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। वे दोनों विभिन्न वैश्विक मंचों पर एक दूसरे का समर्थन करते हैं। यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (अंतर्राष्ट्रीय संबंध- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समूह एवं पहल) के लिए महत्वपूर्ण है।
यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन चर्चा में क्यों है?
- भारत के उपराष्ट्रपति, श्री जगदीप धनखड़ के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश में मुख्य अतिथि के रूप में यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन के समापन सत्र को संबोधित करने की संभावना है।
- 22 नवंबर, 2022 को एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन का उद्घाटन किया गया।
यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन क्या है?
- यूनेस्को इंडिया – अफ्रीका हैकथॉन के बारे में: यूनेस्को इंडिया – अफ्रीका हैकथॉन एक वार्षिक 36 घंटे का कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य अपने देशों के समक्ष उपस्थित होने वाली आम चुनौतियों से निपटना है तथा यह सांस्कृतिक समामेलन के लिए एक सूत्रधार के रूप में कार्य करता है।
- भागीदारी: यूनेस्को इंडिया – अफ्रीका वार्षिक हैकथॉन छात्रों, शिक्षकों, शिक्षकों एवं भारत के अनुसंधान समुदाय तथा इसके अफ्रीकी भागीदारों को एक साथ लाता है। यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 में निम्नलिखित की भागीदारी होगी-
- केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान;
- उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल;
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ;
- महानिदेशक (पैक्स), यूनेस्को, श्री फ़िरमिन एडौर्ड माटोको तथा
- 13 अफ्रीकी देशों के मंत्री
इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 का महत्व
- नवाचार के लिए एक आम मंच प्रदान करता है: यूनेस्को इंडिया-अफ्रीका हैकथॉन युवा नवप्रवर्तकों को एक साथ आने एवं सहयोगी देशों द्वारा सामना की जाने वाली सामाजिक, पर्यावरणीय तथा तकनीकी समस्याओं के समाधान खोजने के लिए एक उपयुक्त मंच प्रदान करता है।
- स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के लिए बेहतर: यह विश्व को रूपांतरित करने की क्षमता वाले संभावित स्टार्ट-अप बनाने की नींव के रूप में कार्य करता है।
- रचनात्मकता को प्रकट करना: यह भाग लेने वाले छात्रों को उनकी रचनात्मकता को उजागर करने तथा विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने हेतु नवीन तकनीकों का पता लगाने की अनुमति प्रदान करता है – इस प्रकार, आधुनिक विश्व में व्यावसायिक नवाचार का नेतृत्व करता है।
- भारत-अफ्रीका संबंध मजबूत करता है: हैकथॉन भारत एवं उसके अफ्रीकी समकक्षों द्वारा पोषित घनिष्ठ संबंधों के प्रतीक के रूप में भी कार्य करता है एवं सहयोग की भावना का प्रतीक है – मानव जाति के कल्याण के लिए समस्याओं को हल करने हेतु उन्हें एक साथ लाता है।
भारत-अफ्रीका संबंधों को कैसे बढ़ावा दें?
- सहकारी एवं सहयोगी तंत्र को प्रोत्साहित करना: कृषि क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों में प्रस्तावित अफ्रीकी-कोल्लम काजू ब्रांड की तर्ज पर।
- भारतीय उद्योगों को प्रोत्साहन प्रदान करना: अफ्रीकी कृषि-व्यवसाय मूल्य श्रृंखलाओं में टैप करना तथा भारतीय प्रौद्योगिकी कंपनियों एवं स्टार्टअप्स को अफ्रीका में भागीदारों के साथ जोड़ना।
- प्रभावी प्रभाव मूल्यांकन: भारत के लिए अच्छी स्थिति में आने हेतु कृषि में मौजूदा क्षमता निर्माण पहल।
- एक मांग-आधारित कौशल विकास कार्यक्रम बनाना: एक देश-विशिष्ट एवं स्थानीयकृत पाठ्यक्रम तैयार करके।
- भारत को चीनी उपस्थिति में वृद्धि के प्रति सचेत रहना चाहिए क्योंकि बीजिंग का मॉडल, यदि यहाँ सफल रहा, तो बड़े वैश्विक दक्षिण के लिए एक प्रतिकृति के रूप में घोषित किया जा सकता है।
भारत-अफ्रीका संबंध: निष्कर्ष
- अफ्रीका की प्राथमिकताओं के अनुरूप होने के लिए विकास साझेदारी को रेखांकित करने हेतु भारत ने निरंतर उचित प्रकार से चयन किया है। अतः, यह उचित है कि हम सामूहिक रूप से अफ्रीका के साथ एक अद्वितीय आधुनिक साझेदारी तैयार करें।
यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न. यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 कहां आयोजित किया जा रहा है?
उत्तर. यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश में आयोजित किया जा रहा है।
प्रश्न. यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कौन थे?
उत्तर. भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हैं।
प्रश्न. यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन का क्या महत्व है?
उत्तर. यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन का उद्देश्य उनके देशों द्वारा सामना की जाने वाली आम चुनौतियों से निपटना है एवं यह सांस्कृतिक समामेलन के लिए एक सूत्रधार के रूप में कार्य करता है।