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संयुक्त राष्ट्र महासभा- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां एवं मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।
संयुक्त राष्ट्र महासभा- संदर्भ
- संयुक्त राष्ट्र महासभा का 76 वां सत्र 14 सितंबर 2021 को प्रारंभ हुआ। उस दिन मालदीव के अब्दुल्ला शाहिद ने महासभा के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी।
- सामान्य चर्चा 21-27 सितंबर 2021 के मध्य होगी।
- भारत के प्रधानमंत्री ने भारत को “समस्त लोकतंत्रों की जननी” करार देते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत में लोकतंत्र की स्थिति के उत्तर पक्ष की शुरुआत की।
संयुक्त राष्ट्र महासभा- प्रमुख बिंदु
- संयुक्त राष्ट्र महासभा के बारे में: संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अंतर्गत 1945 में स्थापित, संयुक्त राष्ट्र महासभा संयुक्त राष्ट्र के मुख्य विचार-विमर्श, नीति निर्माण एवं प्रतिनिधि अंग के रूप में एक केंद्रीय स्थान रखती है।
- यूएनजीए का नेतृत्व इसके अध्यक्ष करते हैं, जिन्हें एक वर्ष की अवधि के लिए निर्वाचित किया जाता है।
- संरचना: इसमें संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य सम्मिलित होते हैं।
- अधिदेश: चार्टर द्वारा कवर किए गए अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के पूर्ण विस्तार की बहुपक्षीय चर्चा के लिए एक विशिष्ट मंच प्रदान करता है।
- यह मानक-निर्धारण एवं अंतर्राष्ट्रीय विधि के संहिताकरण की प्रक्रिया में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा- निर्णय निर्माण
- संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य राज्यों में से प्रत्येक के पास एक समान वोट है। यह संयुक्त राष्ट्र के लिए निम्नलिखित प्रमुख निर्णय लेता है –
- सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर महासचिव की नियुक्ति
- सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों का चुनाव करना
- संयुक्त राष्ट्र के बजट को स्वीकृति प्रदान करना
- सभा प्रत्येक वर्ष सितंबर से दिसंबर तक नियमित सत्रों में, एवं उसके बाद आवश्यकतानुसार समागम करती है। यह समर्पित कार्य सूची मदों या उप-मदों के माध्यम से विशिष्ट मुद्दों पर चर्चा करती है, जिससे संकल्पों को अंगीकृत किया जाता है।
- मतदान द्वारा निर्णय: आम तौर पर साधारण बहुमत पर विचार किया जाता है किंतु महत्वपूर्ण निर्णयों के मामले में दो-तिहाई बहुमत पर विचार किया जाता है। प्रत्येक सदस्य का एक मत होता है।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के विपरीत, किसी भी सदस्य देश को यूएनजीए में वीटो प्राप्त नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा- प्रमुख कार्य
- संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुसार, महासभा कर सकती है:
- संयुक्त राष्ट्र के बजट पर विचार एवं अनुमोदन तथा सदस्य राज्यों के वित्तीय मूल्यांकन की स्थापना
- सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्यों एवं अन्य संयुक्त राष्ट्र परिषदों तथा अंगों के सदस्यों का निर्वाचन एवं सुरक्षा परिषद की संस्तुति पर महासचिव की नियुक्ति
- निरस्त्रीकरण सहित अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने हेतु सहयोग के सामान्य सिद्धांतों पर विचार एवं संस्तुतियां
- अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा से संबंधित किसी भी प्रश्न पर चर्चा एवं उस स्थिति को छोड़कर जहां वर्तमान में सुरक्षा परिषद द्वारा किसी विवाद या स्थिति पर चर्चा की जा रही है, उस पर संस्तुतियां।
- उसी अपवाद के साथ चर्चा, एवं चार्टर के विस्तार क्षेत्र के अंतर्गत अथवा संयुक्त राष्ट्र के किसी भी अंग की शक्तियों एवं कार्यों को प्रभावित करने वाले किसी भी प्रश्न पर संस्तुतियां।
- अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक सहयोग, अंतरराष्ट्रीय विधियों का विकास एवं संहिताकरण, मानवाधिकारों तथा मौलिक स्वतंत्रता की प्राप्ति, एवं आर्थिक, सामाजिक, मानवीय, सांस्कृतिक, शैक्षिक तथा स्वास्थ्य क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अध्ययन आरंभ करना एवं संस्तुतियां करना।
- देशों के मध्य मैत्रीपूर्ण संबंधों को खराब करने वाली किसी भी स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान हेतु संस्तुतियां करना।
- सुरक्षा परिषद तथा संयुक्त राष्ट्र के अन्य अंगों की रिपोर्टों पर विचार करना।
- यह शांति के लिए खतरा, शांति भंग या आक्रमण की कार्यवाही के मामलों में भी कार्रवाई कर सकता है, जब सुरक्षा परिषद स्थायी सदस्य के नकारात्मक वोट के कारण कार्रवाई करने में विफल रही हो।
- ऐसे मामलों में, सभा मामले पर शीघ्र विचार कर सकती है एवं अपने सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने अथवा बहाल करने हेतु सामूहिक उपायों की संस्तुति कर सकती है।