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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने परमाणु प्रसार को रोकने का संकल्प लिया

यूएनएससी ने परमाणु प्रसार को रोकने का संकल्प लिया: प्रासंगिकता

  • जीएस 2: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां ​​एवं मंच – उनकी संरचना, अधिदेश।

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यूएनएससी ने परमाणु प्रसार को रोकने का संकल्प लिया: संदर्भ

  • हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के स्थायी सदस्यों (पी5) –चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन एवं अमेरिका ने परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने का संकल्प लिया।

 

यूएनएससी ने परमाणु प्रसार को रोकने का संकल्प लिया: प्रमुख बिंदु

  • विश्व के पांच परमाणु शक्तियों ने भी कहा है कि परमाणु युद्ध किसी भी वर्तमान स्थिति का भी एक विकल्प नहीं है।
  • संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि परमाणु युद्ध में विजय कभी भी प्राप्त नहीं की जा सकती है एवं इसे कभी नहीं लड़ा जाना चाहिए।
  • इस बात की भी अभिपुष्टि थी कि “परमाणु अस्त्र – जब तक वे मौजूद हैं – रक्षात्मक उद्देश्यों की पूर्ति करें, आक्रमण को रोकें तथा युद्ध को रोकें।
  • परमाणु हथियारों के अप्रसार की संधि (एनपीटी) की नवीनतम समीक्षा से पूर्व संयुक्त संकल्प जारी किया गया था, जिसे इस वर्ष के अंत तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
  • संयुक्त समझौता आपसी विश्वास में वृद्धि करने एवं प्रमुख शक्तियों के मध्य प्रतिस्पर्धा को समन्वय एवं सहयोग से  प्रतिस्थापित करने में सहायता करेगा।

 

यूएनएससी ने परमाणु प्रसार को रोकने का संकल्प लिया:  पी 5 के उद्देश्य

  • पी छठ5 के सदस्यों ने परमाणु हथियारों की दौड़ को जल्द से जल्द समाप्त करने एवं परमाणु निरस्त्रीकरण से संबंधित प्रभावी उपायों पर और सख्त तथा प्रभावी अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण के तहत सामान्य एवं पूर्ण निरस्त्रीकरण पर एक संधि पर वार्ता को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।

 

 परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) क्या है?

  • एनपीटी एक ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय संधि है जिसका उद्देश्य परमाणु हथियारों एवं हथियार प्रौद्योगिकी के प्रसार को रोकना, परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग में सहयोग को बढ़ावा देना एवं परमाणु निरस्त्रीकरण तथा सामान्य एवं पूर्ण निरस्त्रीकरण प्राप्त करने के लक्ष्य को आगे बढ़ाना है।
  • संधि परमाणु-शक्ति संपन्न राज्यों द्वारा निरस्त्रीकरण के लक्ष्य के लिए एक बहुपक्षीय संधि में एकमात्र बाध्यकारी प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती है। इसे 1968 में हस्ताक्षर के लिए खोला गया, यह संधि 1970 में प्रवर्तन में आई।
  • संधि को वैश्विक परमाणु अप्रसार व्यवस्था की आधारशिला एवं परमाणु निरस्त्रीकरण की तलाश हेतु एक आवश्यक आधार माना जाता है।
  • इसे परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने, परमाणु निरस्त्रीकरण तथा सामान्य एवं पूर्ण निरस्त्रीकरण के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने एवं परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया था।
  • दक्षिण अफ्रीका एकमात्र ऐसा देश है जिसने परमाणु हथियार विकसित किए हैं एवं फिर अपने परमाणु शस्त्रागार को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
  • उत्तर कोरिया संधि से हटने वाला एकमात्र देश है।

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यूएनएससी ने परमाणु प्रसार को रोकने का संकल्प लिया: पी 5 राष्ट्र- भू-राजनीतिक तनाव

  • वैश्विक शक्तियां बहुत सारे भू-राजनीतिक तनावों से निपट रही हैं।
  • अमेरिका ने रूस को यूक्रेन पर और आक्रमण करने पर प्रतिबंधों की चेतावनी दी है
  • ताइवान की स्थिति एवं प्रशांत क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों में वृद्धि को लेकर बीजिंग एवं वाशिंगटन के मध्य संबंध भी तनावपूर्ण हैं।
  • विगत वर्ष दिसंबर में, अमेरिका एवं यूरोपीय संघ दोनों ने बीजिंग पर क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा को कमजोर करने का आरोप लगाया था
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