UPSC Mains 2021 Preparation Strategy
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2021 की परीक्षा हाल ही में संपन्न हुई थी। यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2021 का पेपर स्पेक्ट्रम के कठिन पक्ष पर था एवं इसने अनेक उम्मीदवारों को निराश कर दिया। Adda247 सहित अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों ने प्रारंभिक परीक्षा 2021 की कट-ऑफ (अपेक्षित) जारी कर दी है। प्रारंभिक परीक्षा 2021 का अपना स्कोर देखने के लिए, यहां क्लिक करें।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) प्रत्येक वर्ष तीन चरणों- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को यूपीएससी मुख्य परीक्षा लिखने हेतु आमंत्रित करता है एवं मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को साक्षात्कार में उपस्थित होने कहा जाता है। यूपीएससी मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार में उपस्थित उम्मीदवारों के अंकों के आधार पर चयनित उम्मीदवारों की एक सूची तैयार करता है।
यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2021 परीक्षा 7 जनवरी 2021 से आयोजित होने वाली है। यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की तैयारी हेतु उपलब्ध सीमित समय को देखते हुए, उम्मीदवारों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी यूपीएससी मुख्य परीक्षा की तैयारी की रणनीति की योजना इसी अनुरूप बनाएं।
यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा एक उम्मीदवार की यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी यात्रा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण चरण है। जनवरी 2021 में आयोजित होने वाली मुख्य परीक्षा में उम्मीदवारों को निम्नलिखित गलतियाँ करने से बचना चाहिए।
सूचनाओं पर ध्यान केंद्रित करने हेतु उम्मीदवार प्रायः उत्तर लेखन को अनदेखा करने की भूल करते हैं। किंतु यह आपकी सहायता नहीं करेगा यदि आप यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में महत्वपूर्ण सूचनाओं को व्यवस्थित रूप से एवं प्रश्न की मांग के अनुसार प्रस्तुत नहीं कर सकते हैं। मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने हेतु उत्तर लेखन की कला अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। उत्तर लेखन की कला में महारत हासिल करने से प्रत्येक पेपर में, विशेष रूप से निबंध पेपर में आपके अंक सकारात्मक रूप से प्रभावित होंगे। यही कारण है कि इस वर्ष या अगले वर्ष यूपीएससी मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने वाले उम्मीदवारों को उत्तर लेखन की कला में व्यापक रूप से महारत हासिल करनी चाहिए।
उम्मीदवार प्रायः अपने समय का एक बड़ा हिस्सा अन्य विषयों की कीमत पर एक या दो विषयों को समर्पित करने की भूल करते हैं। इसके परिणामस्वरूप कुछ विषयों में अच्छा प्रदर्शन होता है तथा अन्य में खराब प्रदर्शन होता है, जिससे मुख्य परीक्षा के परिणामों में खराब अंकों से असफलता होती है। यही कारण है कि उम्मीदवारों को अपने समग्र भारांक एवं अंक प्राप्ति की क्षमता के आधार पर प्रत्येक विषय के लिए एक समानुपातिक समय आवंटित करना चाहिए।
मुख्य परीक्षा में कुछ विषयों के छूटने की चिंता एवं भय (FOMO) में, उम्मीदवार प्राय: अधिकांश ज्ञान को समेकित किए बिना अत्यधिक अध्ययन सामग्री खरीद एवं पढ़ लेते हैं। इसके परिणामस्वरूप समय एवं प्रयास व्यर्थ हो जाता है एवं उम्मीदवार प्रायः अपनी मुख्य परीक्षा से ठीक पहले अवसाद ग्रस्त एवं अनुत्प्रेरित हो जाते हैं क्योंकि वे अधिक अधिकांश जानकारियों का स्मरण नहीं कर पाते हैं। यही कारण है कि उम्मीदवारों को अपने स्रोतों को सीमित करने पर ध्यान देना चाहिए। बहुत से स्रोतों से पढ़ने के स्थान पर, उम्मीदवारों को अपने ज्ञान को कई बार पुनर्भ्यास करके एवं उत्तर लेखन द्वारा समेकित करना चाहिए।
अनेक उम्मीदवार अपनी मुख्य परीक्षा की तैयारी में ‘तीन घंटे के नियम’ के महत्व को नजरअंदाज करने की भूल करते हैं। यूपीएससी प्रत्येक मुख्य पेपर के लिए उम्मीदवारों को तीन घंटे का समय आवंटित करता है, जिस समय सीमा के भीतर उन्हें प्रश्न पत्रों को पूरा करना होता है। उत्तर लेखन का अभ्यास करते समय उम्मीदवार प्रायः इस समय सीमा की अनदेखी करते हैं। यह एक बुरी आदत उत्पन्न करता है जो अंततः यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के प्रश्न पत्रों में परिलक्षित होती है, जिसके परिणामस्वरूप या तो खराब गुणवत्ता वाले उत्तर होते हैं या उम्मीदवार संपूर्ण पेपर को हल करने का प्रयास करने में सक्षम नहीं होते हैं।
प्रश्न पत्र का शीर्षक | आवंटित अंक |
निबंध | 250 अंक |
सामान्य अध्ययन-I (भारतीय विरासत एवं संस्कृति, इतिहास, तथा विश्व का भूगोल एवं समाज) | 250 अंक |
सामान्य अध्ययन-II (शासन, संविधान, राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध) | 250 मार्क्स |
सामान्य अध्ययन-III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन) | 250 अंक |
सामान्य अध्ययन-IV (नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभियोग्यता) | 250 अंक |
वैकल्पिक विषय- पेपर 1 | 250 अंक |
वैकल्पिक विषय- पेपर 2 | 250 अंक |
लिखित परीक्षा में उप योग | 1750 अंक |
वैयक्तिक साक्षात्कार | 275 अंक |
कुल | 2025 अंक |
सिविल सेवक बनने के अपने सपने को साकार करने के लिए दिन-रात पसीना बहाने वाले सभी सिविल सेवा उम्मीदवारों को शुभकामनाएं।
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