यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की रणनीति: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021, 10 अक्टूबर 2021 को निर्धारित है। सिविल सेवा परीक्षा के पहले चरण के लिए मोटे तौर पर 25 दिन शेष हैं। पाठ्यक्रम की व्यापकता, प्रश्न पत्र की अनिश्चितता एवं 2 घंटे के प्रदर्शन का दबाव पेपर को निर्विवाद रूप से कठिन बना देता है।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम (सिलेबस) से आप पहले से ही अच्छी तरह से परिचित हैं। यदि नहीं, तो आप यहां यूपीएससी प्रीलिम्स पाठ्यक्रम विषयवार देख सकते हैं।
इस लेख में, हम इस बात पर चर्चा करेंगे कि परीक्षा के इस अंतिम चरण में कौन सी सभी चीजें क्या महत्वपूर्ण हैं एवं कैसे ऐसी किसी भी चीज से प्रभावित न हों जो परीक्षा को उत्तीर्ण करने में आपकी सहायता नहीं करती हो।
आइए उन बिंदुओं के बारे में जानें जो इन अंतिम 25 दिनों में आपका मार्गदर्शन कर सकती हैं।
योजना पर टिके रहें: स्मरण रखें कि योजना बनाने में विफल होना, विफल होने की योजना बनाने जैसा है। यदि अब तक आपने नहीं बनाया है, तो पुनराभ्यास योजना बनाएं। इसे कागज पर बनाएं एवं इसे ऐसी जगह चिपका दें जिसे आप समय समय पर देख सकें। योजना ऐसी होनी चाहिए कि आप पाठ्यक्रम के किसी भी हिस्से से चूक न जाएं एवं उनमें से प्रत्येक पर अधिक ध्यान दें।
अब नई अध्ययन सामग्री पर मोहित होना बंद करें: कई उम्मीदवार अध्ययन सामग्री के पीछे अपना अंतिम समय व्यर्थ करते हैं। ऐसा कदापि न करें। यह किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं करेगा। संसाधन सीमित हों। जितना हो सके उन्हें रिवाइज करें।
स्मरण करना शुरू करें: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में में अनेक तर्क योग्य प्रश्न पूछता है। हालांकि, यह कुछ प्रत्यक्ष प्रश्न भी पूछता है। उदाहरण के लिए, आपको कांग्रेस अध्यक्ष, कांग्रेस के अधिवेशन, गवर्नर जनरल की सूची, सामाजिक-धार्मिक संगठनों, मौलिक अधिकारों, आर्द्रभूमि, आदि के प्रश्न मिल सकते हैं। ये कुछ ऐसे विषय हैं जिनसे यूपीएससी द्वारा सीधे प्रश्न पूछे जाते हैं। ये ‘या तो आप जानते हैं अथवा नहीं’ प्रकार के प्रश्न हैं। सुनिश्चित करें कि आप उन्हें सही को चिह्नित करते हैं।
समसामयिकी: इस खंड की प्रासंगिकता वर्ष-दर- वर्ष महत्वपूर्ण है। आप यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा प्रवृत्ति विश्लेषण से इसका महत्व देख सकते हैं। (##लिंक का उपयोग करें##)। प्रश्नपत्र में पूछे गए कई प्रश्न समसामयिक घटनाओं में अपना उद्गम तलाशते हैं। अब तक आप अपने एक वर्ष की समसामयिकी को कवर कर चुके होंगे। सुनिश्चित करें कि आपने उन्हें ठीक से पुनर्अभ्यास किया है। यूपीएससी ने समसामयिकी से संकल्पनात्मक प्रश्न पूछना प्रारंभ कर दिया है, उदाहरण के लिए, जीएसटी का निहितार्थ, चाबहार बंदरगाह का निहितार्थ, एवं अन्य। सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी मुद्दों के बारे में तथ्यात्मक ज्ञान एवं संकल्पनात्मक स्पष्टता दोनों हो।
चीजों को प्राथमिकता दें: यह तैयारी का सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग है। अपने विषयों को प्राथमिकता दें। उदाहरण के लिए, यह ज्ञात है कि लेखा और औद्योगिक संबंधों से पूछे जाने वाले प्रश्न सामान्य विज्ञान और कंप्यूटर से संख्या में बहुत अधिक हैं। अतः, उन पर समान रूप से ध्यान देने का कोई अर्थ नहीं है। यह वही है जो हमने ऊपर कहा था, जहां हमने ‘अधिक ध्यान’ (वेटेड फोकस) देने के लिए कहा था।
स्वयं का आकलन करें: प्रत्येक गुजरते वर्ष के साथ मॉक टेस्ट के महत्व में वृद्धि हो रही है। यदि आपने अब तक नहीं किया है तो टेस्ट सीरीज को हल करना शुरू करें। जिन्होंने पहले ही टेस्ट को हल कर लिया है, उन्हें अच्छी तरह से पुनराभ्यास करें एवं जिन्होंने नहीं किया है, वे कम से कम 15 पूर्ण लंबाई वाले टेस्ट को हल करें एवं उन्हें ठीक से पुनराभ्यास करें। टेस्ट सीरीज़ आपको अपने ग्रे क्षेत्रों को जानने में सहायता करती है। याद रखें कि आप जिस भी खंड को पढ़ रहे हैं उसमें वैचारिक स्पष्टता हो।
सीसैट को नजरअंदाज न करें: हमने इस प्रश्नपत्र में कई उम्मीदवारों को कमजोर पड़ते देखा है। यहां तक कि हमारे देश के कुछ प्रतिष्ठित संस्थानों से भी कई उम्मीदवारों को कमजोर पड़ते देखा है। उनमें से कुछ ने जीएस कट-ऑफ भी उत्तीर्ण कर लिया था। ये मामले इसलिए नहीं हैं क्योंकि पेपर कठिन है, बल्कि इसलिए कि वे इस पेपर के प्रति अत्यंत शिथिल थे। विगत वर्ष के कम से कम 2-3 प्रश्न पत्रों को हल करें। यदि आप 100 के आसपास स्कोर कर रहे हैं, तो आप इस पेपर में स्वयं को सुरक्षित चिह्नित कर सकते हैं। हालांकि, यदि आप 90 अंक से कम स्कोर कर रहे हैं, तो मॉक हल करें एवं अपने अंक बढ़ाएँ। किसी भी स्थिति में, आपको इस पेपर को बिना तैयारी के नहीं छोड़ना चाहिए।
दिवसीय लय / सर्कैडियन रिदम: अंतिम किंतु समान रूप से महत्वपूर्ण, अपनी दिनचर्या का तालमेल परीक्षा के दिन के साथ स्थापित करें। यदि आप मॉक टेस्ट दे रहे हैं, तो परीक्षा के समय उन्हें हल करने का प्रयास करें। यह आपको परीक्षा के दिन दबाव को सामान्य करने में सहायता करेगा। याद रखें, रोम एक दिन में नहीं बना था!