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WISER कार्यक्रम: यूपीएससी परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण क्यों है?
WISER कार्यक्रम: विज्ञान एवं अभियांत्रिकी अनुसंधान में महिलाओं की भागीदारी (वूमेन इंवॉल्वमेंट इन साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च/WISER) कार्यक्रम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि करने हेतु एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतरराष्ट्रीय संबंध) के लिए WISER कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।
WISER कार्यक्रम: चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी अनुसंधान (WISER) कार्यक्रम में महिला भागीदारी के पूर्व 11 पुरस्कार विजेताओं को भारत तथा भूटान में जर्मन राजदूत एवं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति की उपस्थिति में सम्मानित किया गया।
- भारत एवं भूटान में जर्मन राजदूत ने विशिष्ट विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में महिला शोधकर्ताओं के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि उनके योगदान से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारत-जर्मन सहयोग मजबूत होगा।
WISER-2022 पुरस्कार
- WISER-2022 कार्यक्रम के तहत भारत की दस (10) महिला शोधकर्ताओं एवं एक (1) जर्मनी से अकादमिक, अनुसंधान संस्थानों अथवा उद्योग में नियमित / दीर्घकालिक अनुसंधान पदों पर रहने वाली महिलाओं का चयन किया गया था।
- इन 11 पुरस्कार विजेताओं को जारी अनुसंधान एवं विकास तथा उद्योग परियोजनाओं में भाग लेने एवं सहयोग करने के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त होगी।
- उन्हें भागीदार देशों में नवीन परियोजना अनुदान के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
WISER कार्यक्रम क्या है?
- WISER कार्यक्रम के बारे में: WISER अपनी तरह का एक विशिष्ट कार्यक्रम है, जिसे पार्श्व प्रवेश द्वारा अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में महिलाओं को प्रोत्साहित करने हेतु प्रारंभ किया गया है।
- मूल संगठन: अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं में महिला शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए भारत-जर्मन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र ( इंडो जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर/IGSTC) द्वारा WISER कार्यक्रम शुरू किया गया था।
- अधिदेश: IGSTC-WISER का अभिप्राय विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार एवं अनुसंधान साझेदारी में पूरक विशेषज्ञता का उपयोग करके भारत / जर्मनी में महिला शोधकर्ताओं को वैज्ञानिक क्षमता निर्मित करने, बनाए रखने तथा प्रोत्साहित करने का है।
- पात्रता: WISER कार्यक्रम भारत या जर्मनी में अकादमिक/अनुसंधान संस्थान/उद्योग में नियमित/दीर्घकालिक शोध पद धारण करने वाली महिला शोधकर्ताओं के लिए डिज़ाइन की गई है। WISER कार्यक्रम STEM (साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग एंड मैथमेटिक्स/ मेडिसिन अथवा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित/चिकित्सा) के सभी क्षेत्रों के लिए खुला है।
- सेवा अंतराल (ब्रेक-इन-करियर) या किसी आयु सीमा की कोई आवश्यकता नहीं है।
- महत्व: नवीन परियोजना अनुदान के लिए आवेदन किए बिना जारी अनुसंधान परियोजना का हिस्सा बनने का यह एक अनूठा अवसर है।
- WISER कार्यक्रम IGSTC के कार्यक्रम के माध्यम से लैंगिक समानता के साथ-साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में महिलाओं की भागीदारी को सक्षम करेगा।
- पुरस्कार: भारत-जर्मन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र भारतीय पक्ष से अधिकतम 39 लाख रुपये और जर्मन पक्ष से € 48000 के साथ पुरस्कार विजेताओं का समर्थन करेगा।
- WISER कार्यक्रम प्रतिवर्ष 20 पुरस्कार प्रदान करेगा।
इंडो-जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (IGSTC)
- इंडो-जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (IGSTC) के बारे में: इंडो-जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (IGSTC) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी/DST), भारत सरकार एवं संघीय शिक्षा तथा अनुसंधान मंत्रालय (फेडरल मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च/BMBF), जर्मनी सरकार द्वारा एक संयुक्त पहल है।
- अधिदेश: यह सरकार, शिक्षाविदों/अनुसंधान प्रणालियों एवं उद्योग जगत के मध्य स्थायी अंतः क्रिया के माध्यम से भारत-जर्मन अनुसंधान एवं विकास नेटवर्किंग की सुविधा के लिए स्थापित किया गया था, इस प्रकार दोनों देशों में समग्र आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए नवाचार को बढ़ावा दिया गया था।
- विधिक स्थिति: IGSTC भारत में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत एक “सोसाइटी” के रूप में पंजीकृत है।
- केंद्र सरकार, शिक्षा एवं उद्योग जगत के प्रतिनिधित्व के साथ भारत एवं जर्मनी के सदस्यों की समान संख्या से निर्मित एक शासी निकाय द्वारा निर्देशित है।
- महत्व: IGSTC का अभिप्राय भारत एवं जर्मनी के अनुसंधान/शैक्षणिक संस्थानों तथा सार्वजनिक/निजी उद्योगों की शक्ति के मध्य सामंजस्य स्थापित कर नवाचार केंद्रित अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को उत्प्रेरित करना है।
IGSTC का मिशन क्या है?
इंडो-जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (IGSTC) की निम्नलिखित की परिकल्पना करता है-
- हित एवं सम्मान की पारस्परिकता के साथ उन्नत औद्योगिक अनुसंधान साझेदारी
- विचारों के क्रॉस फर्टिलाइजेशन के लिए मंच निर्मित करना
- प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि करने हेतु औद्योगिक क्षेत्रों के लिए ज्ञान नेटवर्क विकसित करना
- वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए संयुक्त ज्ञान पूल स्थापित करना
- भारत-जर्मन प्रौद्योगिकी साझेदारी को प्रोत्साहित करने एक शक्ति केंद्र के रूप में कार्य करना।