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विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- सामाजिक क्षेत्र/स्वास्थ्य से संबंधित सेवाओं के विकास एवं प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।
विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस- संदर्भ
- हाल ही में, विश्व ने 30 जनवरी 2022 को तीसरा विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (एनटीडी) दिवस मनाया।
- भारत उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (एनटीडी) पर जागरूकता बढ़ाने के लिए संपूर्ण विश्व में 100 स्थलों को प्रकाशित करने के वैश्विक आंदोलन में शामिल हो गया।
- बैंगनी एवं नारंगी रंग में प्रतिष्ठित नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को रोशन करने के लिए भारत करीब 40 अन्य देशों में शामिल हुआ।
विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस- प्रमुख बिंदु
- विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस के बारे में: विश्व स्वास्थ्य सभा ने 30 जनवरी को 2021 में विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (एनटीडी) दिवस के रूप में घोषित किया।
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने 74वें विश्व स्वास्थ्य सभा में 30 जनवरी को विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (एनटीडी) दिवस के रूप में घोषित करने के प्रस्ताव का नेतृत्व किया।
- पहला विश्व एनटीडी दिवस 2020 में अनौपचारिक रूप से मनाया गया था।
- उद्देश्य: विश्व एनटीडी दिवस का उद्देश्य डब्ल्यूएचओ के एनटीडी रोडमैप 2021-2030 के समर्थन में एनटीडी को समाप्त करने हेतु राजनीतिक इच्छाशक्ति और सुरक्षित प्रतिबद्धताओं को अभिनियोजित करना है, जिसमें 2030 तक 100 देशों से कम से कम 1 एनटीडी का उन्मूलन सम्मिलित है।
- विश्व एनटीडी दिवस जागरूकता को कार्रवाई में रूपांतरित करने हेतु उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है, उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (एनटीडी) के लिए वर्धित संसाधनों को सुरक्षित करता है।
- विश्व एनटीडी दिवस महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित देशों के एनटीडी कार्यक्रमों के राजनीतिक नेतृत्व एवं स्वामित्व की सुविधा प्रदान करता है।
- भारत में संगठन: भारत में, राष्ट्रीय रोग वाहक (वेक्टर) जनित रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीवीबीडीसी) विश्व एनटीडी दिवस के आयोजन एवं अवलोकन हेतु उत्तरदायी है।
उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग- प्रमुख बिंदु
- उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग के बारे में: उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (एनटीडी) विश्व के सर्वाधिक निर्धारण क्षेत्रों में व्यापक हैं, जहां जल सुरक्षा, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक पहुंच अवमानक स्तर के (घटिया) हैं।
- रोग का संचरण एवं प्रसार: एनटीडी वैश्विक स्तर पर 7 बिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करता है एवं अधिकांशतः वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी, कवक एवं विषाक्त पदार्थों सहित विभिन्न प्रकार के रोगजनकों के कारण होता है।
- लापरवाही के कारण: उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (एनटीडी) “उपेक्षित” हैं क्योंकि वे वैश्विक स्वास्थ्य एजेंडा से लगभग अनुपस्थित हैं, वे नगण्य मात्रा में वित्त पोषण प्राप्त करते हैं एवं कलंक तथा सामाजिक बहिष्कार से जुड़े हैं।
- वे उपेक्षित आबादी के रोग हैं जो खराब शैक्षिक परिणामों एवं सीमित व्यावसायिक अवसरों के चक्र को स्थायी बनाए रखते हैं।