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विश्व व्यापार संगठन के अनुसार, चीन एक विकासशील देश है

विश्व व्यापार संगठन  के अनुसार, चीन एक विकासशील देश है: प्रासंगिकता

  • जीएस 2: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां ​​एवं मंच – उनकी संरचना, अधिदेश।

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चीन एक विकासशील देश है: संदर्भ

  • हाल ही में, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने चीन को ‘विकासशील देश’ का दर्जा दान किया है, जो विभिन्न देशों के लिए विवाद का विषय बन गया है।

 

विश्व व्यापार संगठन  के अनुसार, चीन एक विकासशील देश है: विवाद का मुद्दा

  • देश तर्क दे रहे हैं कि चीन, एक उच्च-मध्यम आय वाला देश होने के नाते, विश्व व्यापार संगठन के मानदंडों के तहत विकासशील देशों के लिए आरक्षित लाभ प्राप्त कर रहा है।
  • साथ ही, देशों ने बांग्लादेश को अल्प विकासशील देश‘ (एलडीसी) का दर्जा प्रदान किए जाने पर भी आपत्ति व्यक्त की है, जिसने प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में भारत को पीछे छोड़ दिया है।

 

‘विकासशील देश’ को प्राप्त लाभ

  • विशेष एवं विभेदक व्यवहार: विश्व व्यापार संगठन विकासशील देशों को विश्व व्यापार संगठन के समझौतों एवं यहां तक ​​कि ऐसे देशों के लिए व्यापार के अवसर बढ़ाने की प्रतिबद्धताओं का पालन करने के लिए एक दीर्घ समय अवधि प्रदान करता है।
  • उदार लक्ष्य: विश्व व्यापार संगठन का उद्देश्य मुक्त एवं निष्पक्ष व्यापार सुनिश्चित करने हेतु कतिपय उद्योगों को सरकारी सहायिकी (सब्सिडी) कम करना है। यद्यपि, विकासशील देशों को उदार लक्ष्य दिए जाते हैं एवं उन्हें ऐसे लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु अधिक समय प्रदान किया जाता है।
  • अधिमानी व्यवहार

 

‘विकासशील देश’ का टैग किस प्रकार निर्धारित किया जाता है?

  • विश्व व्यापार संगठन ने विकसितया विकासशीलदेशों को परिभाषित नहीं किया है, अतः कोई देश यह अभिनिर्धारित करने हेतु स्वतंत्र है कि वे ‘विकसित’ हैं अथवा ‘विकासशील’ हैं।

 

विश्व व्यापार संगठन  के अनुसार, चीन एक विकासशील देश है: कुछ देश आपत्तियां क्यों उठा रहे हैं?

  • प्रति व्यक्ति आय: विश्व बैंक के अनुसार, चीन की प्रति व्यक्ति आय 2020 में 10,435 डॉलर थी, जो भारत की प्रति व्यक्ति आय 1,928 डॉलर से बहुत अधिक है। विभिन्न देशों ने तर्क दिया है कि चीन एक उच्च-मध्यम आय वाला देश बन गया है एवं उसे अपने विकासशील देश का दर्जा का त्याग कर देना चाहिए।
  • अनुचित व्यापार व्यवहार: चीन पर प्रायः राज्य के उद्यमों के प्रति अधिमानी व्यवहार, अन्य देशों में डंपिंग, डेटा प्रतिबंध एवं बौद्धिक संपदा अधिकारों के अपर्याप्त प्रवर्तन जैसे अनुचित व्यापार प्रथाओं का आरोप लगाया जाता है।
  • देशों की मांग: इन कारणों के हेतु से, देशों ने कहा है कि या तो चीन इस तरह की अनैतिक प्रथाओं के उपयोग से स्वयं को विरत करे या अपने ‘विकासशील देश’ के टैग का त्याग कर दे।

 

चीन ने किस प्रकार अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है?

  • चीन ने सदैव कहा है कि वहविश्व की सर्वाधिक वृहद विकासशील अर्थव्यवस्था है।
  • इसने हाल ही में संकेत दिया है कि यह एक विकासशील देश के लिए उपलब्ध सभी लाभों एवं उन्मुक्तियों का त्याग करने हेतु तैयार है।

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एलडीसी वर्गीकरण

  • विश्व व्यापार संगठन, संयुक्त राष्ट्र के वर्गीकरण के आधार पर अल्प विकसित देश (एलडीसी) का अभिनिर्धारण करता है, जिसकी प्रत्येक तीन वर्ष में समीक्षा की जाती है।
  • एलडीसी को प्राप्त लाभ: शून्य प्रशुल्क, यूरोपीय संघ (ईयू) को लगभग सभी निर्यातों के लिए शून्य कोटा अधिगम। एलडीसी देशों को भी डब्ल्यूटीओ समझौतों के कुछ प्रावधानों से उन्मुक्ति प्राप्त है।
  • बांग्लादेश अपने सकल घरेलू उत्पाद के प्रदर्शन के कारण 2026 में एलडीसी की स्थिति से आगे पदोन्नत होने हेतु तैयार है।
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